Demonology

प्रेत विद्या 

Demonology का अर्थ है प्रेत विद्या | इसे राक्षसी माया या पिशाच विद्या भी कहते हैं | तंत्र मंत्र या गुप्त विद्या में यह सबसे उच्च कोटि की विद्या मानी जाती है क्योंकि इसमें शक्ति को संभालना बड़ा ही मुश्किल होता है | असल में इसमें करो या मरो की स्तिथि होती है | सीधा आर या पार है, बीच का कोई मार्ग नहीं है | 


प्रेत साधना या सिद्धि 

प्रेत साधना या सिद्धि सबसे खतरनाक साधनाओं में से एक होती है | यहाँ पर साधक या तो सिद्धि को प्राप्त करता है या फ़िर मृत्यु को प्राप्त होता है| गलती की कोई गुंजाईश ही नहीं है | यहाँ भावनाओं का कोई मतलब नहीं है| प्रेत विद्या में भावनाओं से दूर होकर स्वतंत्र बुद्धि और विवेक का इस्तेमाल करते हुए इंसानी दिमाग से ऊपर उठकर सोचना और काम करना होता है| इसलिए यहाँ पर गुरु की भूमिका सबसे ज़्यादा होती है| 

प्रेत विद्या - कहाँ तक सही या गलत 

प्रेत विद्या साधारण मानव के लिए तो बिलकुल भी नहीं है | साधारण इंसान ज़्यादातर भावुक होता है और माया के बंधन में कुछ ज्यादा ही बंधा होता है| सामान्य माया को ही वो समझ नहीं पाता जबकि राक्षसी माया तो अत्यंत बलवान होती है| डरपोक इंसान तो देखते ही मर जायेगा | इसलिए ये आम जनमानस के लिए तो बिलकुल भी नहीं है | उसके लिए इस साधना का प्रयास भी करना गलत है | 

प्रेत बल और आत्मिक शक्ति 

ये दो प्रकार के विपरीत बल हैं | प्रेत बल, राक्षसी ताकत है जबकि आत्मिक शक्ति का यहाँ मतलब आपकी आत्मा की शक्ति से है जो उस प्रेत से ज्यादा बलवान होनी चाहिए| तभी उसका मुकाबला कर पायेगी | यहाँ डींगे मारना नहीं चलता | कोई छिछोरापन नहीं चलेगा| प्रेतात्मा को आपकी आत्मिक और मानसिक शक्ति का अक्सर पहले से ही पता होता है| इसलिए कभी भी दिखावे के लिए किसी भी प्रकार की प्रेतात्मा से पंगा ना ले वरना बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ेगी|    

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