आमतौर पर लोग कुछ सवालों को बार बार पूछते हैं | जिनका जवाब हमेशा एक सा ही होता है | अगर आप भी कोई सवाल पूछना चाहते हैं तो आपसे अनुरोध किया जाता है की एक बार पहले अक्सर पूछे जाने वाले सवाल अर्थात FAQ को ज़रूर पढ़ लें |
FAQs
प्रश्न १. क्या आप कोई शुल्क मुक्त सेवा प्रदान करते हैं ?
उत्तर : जी नही | हम कोई भी शुल्क मुक्त सेवा प्रदान नहीं करते |
प्रश्न २. क्या आप कुण्डली भी देखतें हैं ?
उत्तर : हां जी | कुण्डली या होरोस्कोप देखते हैं और फलादेश तथा उपाय भी बताते हैं |
प्रश्न ३. क्या आप विवाह सम्बन्धी कुण्डली मिलान भी करते हैं ?
उत्तर : जी हां | कुण्डली मिलान भी करते हैं और अगर कोई दोष हो तो उसके पूजा पाठ और उपाय भी करते हैं |
प्रश्न ४. आप पैसे सेवाओं से पहले लेते हैं या बाद में ?
उत्तर : पहले क्योंकि हमारा २० वर्ष से ज्यादा का अनुभव है | बाद में लोग अक्सर या तो पैसे नहीं देते या फिर मोल भाव करने लगते हैं | हालांकि सब लोग एक जैसे नहीं होते लेकिन मक्कारों के भी अलग से गाँव नहीं बसते | गलती से वो भी हमारे ही बीच में होते हैं | इसलिए बाद का कोई चक्कर रखा ही नहीं जाता | दूध का जला छाछ को भी फूंक फूंक कर पीता है |
प्रश्न ५. ज्योतिष तो धर्म का काम है | आप पैसे क्यों लेते हैं |
उत्तर : बहुत बड़ी गलती के कारण मैं भी इंसान जाति का ही प्राणी हूँ | मुझे भी परमात्मा ने पेट लगाया हुआ है | मेरे भी घर बार है | सब तरह के खर्चे हैं और ज़रूरतें भी हैं | जब तक जिएंगे, तब तक सब कुछ चाहिए जो भी एक आम इंसान को चाहिए होता है| धर्म का मतलब जिम्मेदारियों से भागना नहीं है बल्कि उन्हें निभाना है और आम जनमानस में यह सब पैसे के बिना संभव नहीं है | इसलिए मैं पैसे लेता हूँ |
प्रश्न १. क्या आप कोई शुल्क मुक्त सेवा प्रदान करते हैं ?
उत्तर : जी नही | हम कोई भी शुल्क मुक्त सेवा प्रदान नहीं करते |
प्रश्न २. क्या आप कुण्डली भी देखतें हैं ?
उत्तर : हां जी | कुण्डली या होरोस्कोप देखते हैं और फलादेश तथा उपाय भी बताते हैं |
प्रश्न ३. क्या आप विवाह सम्बन्धी कुण्डली मिलान भी करते हैं ?
उत्तर : जी हां | कुण्डली मिलान भी करते हैं और अगर कोई दोष हो तो उसके पूजा पाठ और उपाय भी करते हैं |
प्रश्न ४. आप पैसे सेवाओं से पहले लेते हैं या बाद में ?
उत्तर : पहले क्योंकि हमारा २० वर्ष से ज्यादा का अनुभव है | बाद में लोग अक्सर या तो पैसे नहीं देते या फिर मोल भाव करने लगते हैं | हालांकि सब लोग एक जैसे नहीं होते लेकिन मक्कारों के भी अलग से गाँव नहीं बसते | गलती से वो भी हमारे ही बीच में होते हैं | इसलिए बाद का कोई चक्कर रखा ही नहीं जाता | दूध का जला छाछ को भी फूंक फूंक कर पीता है |
प्रश्न ५. ज्योतिष तो धर्म का काम है | आप पैसे क्यों लेते हैं |
उत्तर : बहुत बड़ी गलती के कारण मैं भी इंसान जाति का ही प्राणी हूँ | मुझे भी परमात्मा ने पेट लगाया हुआ है | मेरे भी घर बार है | सब तरह के खर्चे हैं और ज़रूरतें भी हैं | जब तक जिएंगे, तब तक सब कुछ चाहिए जो भी एक आम इंसान को चाहिए होता है| धर्म का मतलब जिम्मेदारियों से भागना नहीं है बल्कि उन्हें निभाना है और आम जनमानस में यह सब पैसे के बिना संभव नहीं है | इसलिए मैं पैसे लेता हूँ |
0 Komentar